किसी भी सर्च इंजन की जान seo में बसती है। जिसने यह सीख लिया, उसे blog traffic के लिए रोना नहीं पड़ेगा। इसी के लिए new blogger नये पचड़े में फंसते हैं।
सबकी अलग ही खिचड़ी पकती है। New site or old site भी एक खिचड़ी ही है। अक्सर लोगों को इस पर डाउट करते मैंने देखा है कि नयी वेबसाइट ज्यादा सही या पुरानी। यदि आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढने आये हैं तो पूरी पोस्ट जरूर पढें आज हम आपका सारा confusion दूर कर देंगे।
Web traffic image |
New site or old site क्या है?
नयी वेबसाइट वह है जो हाल ही में हफ्ते भर पहले लांच की गयी हो। गूगल इसे नयी वेबसाइट की तरह ही मानता है। जबकि old website एक साल पुरानी को भी मान लिया जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि यह बहुत सारे लोगों तक already visible हो चुकी होती है। अर्थात इसकी पहुंच पहले ही बहुत सारे लोगों तक हो चुकी होगी।
New site vs old website कौन सही है seo के लिए
In my case Seo कुछ नहीं बस best practice होती है कि यूजर को क्या पसंद आ रहा है और कैसे। इसी अंदाज में उन्हें कंटेंट परोसना सीईओ का important भाग है।
गूगल की मानें तो old website ज्यादा prefer की जाती है क्योंकि यह seo के लिए ज्यादा अच्छा है। यह already experienced होते हैं और धीरे धीरे यह अच्छा कंटेंट देने लगते हैं। गूगल सबसे बेहतर ही यूजर को दिखाने की कोशिश करता है। वह अपने पब्लिशर्स से ज्यादा यूजर्स की पसंद पर ध्यान देता है।
हालांकि नयी वेबसाइट भी रैंकिंग में जल्दी आ सकती है और seo के लिए बेस्ट बनायी जा सकती है। चलिए जानते हैं कैसे?
New site को seo friendly कैसे बनाएं
जल्दी रैंकिंग में आने के लिए new site को seo friendly बनाना अति जरूरी है चलिए इसे आसान टिप्स से समझते हैं।
- Old site को new site में redirect करें :
गूगल redirect की भाषा समझता है। यदि आप 301 redirect या अन्य तरीके से दूसरी वेबसाईट में भेजते हैं तो गूगल को positive signal जाता है। और यदि पुरानी साइट के कंटेंट उसमें डालते हैं तो गूगल जान जाता है कि यह आपकी साइट है तो वह उसी के हिसाब से डील करता है।
गूगल के अनुसार यदि पुरानी वेबसाइट को आप नये में redirect नहीं करते तो पुरानी साइट का कोई मतलब नहीं है। उसे delete करना better है। नयी साइट user को confuse करती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह शुरुआत में सीख रहा होता है।
2. Content is king
Content किसी भी वेबसाइट का main part होता है। अगर आप अच्छा कंटेंट बनाने में सफल हो सके तो गूगल आपको push जरूर करेगा। नयी साइट के शुरुआती दिनों में और भी यह जरूरी हो जाता है।
हमें ऐसा कंटेंट बनाना चाहिए जिसे हम गर्व से अपने मित्रों के साथ शेयर कर सके या उसे पढ़ने वाला यूजर करें। उन्हें कंटेंट intresting लगे, informative लगे, बोरिंग ना लगे, trust आये और खुद बा खुद word of mouth के द्वारा दूसरों को suggest करें। इसी से business growth आसानी से होती है।
3. Clear and catchy
हर चीज यूजर की पहुंच तक रखें चाहे वह साइड मेनू हो, वेबसाइट का याद रखने योग्य नाम हो, उसका डिजाइन या Logo ही क्यों ना हो।
यह आपके professional होने का दावा ठोकते हैं। हमें हर चीज उनके लिए आसान करनी है। कंटेंट उन्हे consume करना है हमें नहीं। यदि यह हमारे लिए बस होता तो offline डायरी ही काफी थी। हम जब चाहते खुद लिखते और पढ़ते 😂.
Navigation में अच्छा ध्यान देना जरूरी है। इसी से गूगल सर्च इंजन पता लगाता है कि कंटेंट में क्या जानकारी हो सकती है।
4. यूजर्स से राय लेते रहे
ऐसा आप indirectly पूंछ भी सकते हैं। इसके लिए बहुत सारे माध्यम है जैसे कमेंट, वोटिंग और सर्वे आदि। इसमें आप उनकी पसंद ना पसंद पूंछ सकते हैं जिनमें आप confuse हो वह आपको चीख चीखकर बताएंगे और इससे आपका seo और भी आसान हो जाएगा।
हमारी वेबसाइट यूज़र के लिए होती है ना कि गूगल के लिए। गूगल उन्हीं के हिसाब से काम करता है।
5. गूगल को उसी की भाषा में समझाएं
गूगल में सर्च करने पर जितनी चीज़ें दिखती है वह गूगल की भाषा है। For example title, description and images etc. वहां जाकर देखिए गूगल क्या और कैसे दिखा रहा है। गूगल का पहला पेज सबसे बेहतर यूजर कंटेंट का पन्ना होता है जिसे यूजर पसंद कर रहे होते हैं या करने लगे हो अचानक से।
बस आपको उसी के हिसाब से नयी वेबसाइट पर डालना है। धीरे-धीरे आपका experience बढ़ेगा वैसे ही आप experience holder हो जायेंगे गूगल की नजर में।
तो दोस्तो, कैसा लगा यह कंटेंट मैंने काफी रिसर्च से बनाया है। उम्मीद है आप सभी को पसंद आया होगा। आपको कैसा लगा कमेंट में बताएं ताकि मैं भी देखूं कि आप क्या बेहतर कर रहे हैं।
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